World UFO day kab manaya jata hai


World UFO day kab manaya jata hai 


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UFO का full form होता है,  Unidentified Flying Object.  हिन्दी में अगर इसको समझना या किसी को समझाना हो तो आप इसको उड़न तश्तरी कह सकते हैं, बहुत से लोगों को इस बात का यकीन नहीं होगा की, इनका अस्तित्व होता भी है. वहीं बहुत से लोग इसके होने का यकीन भी करते हैं. और उनका ये दावा भी है की उन्होने अपने पूरे होशो हवास में उड़न तश्तरी यानि UFO देखा है, तो उन्हीं कुछ लोगों के सम्मान में 2 जुलाई के दिन World UFO Day मनाया जाता है. अगर 2 जुलाई के दिन आपको लोग महंगे महंगे अपनी सहूलियत के हिसाब से दूरबीन लिए आसमान की परतों में खोए हुए नज़र आयें तो हैरान होने की कोई ज़रूरत नहीं है.


UFO का इतिहास History of UFO 


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कहा जाता है की, सबसे पहले जर्मनी के नुरेमबर्ग शहर के एक हिस्से में सन 1516 में अजीब अजीब आकृति के बहुत बड़े ढांचे को देखा गया. जो अपनी इस धरती की नहीं थी, अलग अलग लोगों ने वहाँ अलग अलग आकृति देखने का दावा किया था.

फिर अमेरिका में बड़े पैमाने पर  Unidentified Flying Object  (UFO) देखा गया था, देखने वालों ने अपने बयान में बाते की आसमान से कुछ अजीब सी उड़न तश्तरी जैसी कोई चीज़ इधर उधर घूमती हुई धरती के पास चली आई थी. ऐसा किसी एक व्यक्ति ने नहीं बताया तो इसकी बारे में अधिक जानकारी और इसको समझने के लिए 2 जुलाई के दिन World UFO Day मनाया जाने लगा.

वहीं कुछ लोगों का ये दावा है की अमेरिका के टेक्सक्स में एक बड़ी सिगार जैसी कोई चीज़ तेज़ी से आसमान से ज़मीन की ओर बढ़ती हुई चली आई और जाकर वहाँ खेतों में लगे Windmill से टकरा कर नष्ट हो गई. लोग उसके पास जब पहुंचे तो उसमें कुछ Alien के शव को लोगों ने देखा, और उसके शव को किसी अंजान जगह पर दफना दिया गया, इस घटना का ज़िक्र टेक्सस हिस्टोरिकल कमिशन ने ऐसे किया था की, 1897 में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.

अमेरिका में फिर 1947 में देखे गए UFO


अमेरिका के एक शहर रोसवेल में एक शक्स को किसी विमान जैसी कोई चीज़ मिली जोकि किसी दुर्घटना का शिकार लग रही थी, उसका दावा था की जब उसने पास जाकर देखा तो ये विमाननुमा चीज़ इस दुनियाँ की नहीं लग रही थी. वो बिलकुल अलग थी उसका ये भी कहना था की, उसने उस अजीब सी चीज़ के इर्द गिर्द कुछ अजीब से दिखने वाले प्राणियों की लाशें भी देखी थीं. जिसको उसने Alien एलियन होना का दावा किया था, मगर  1994 में एअर फोर्स नें ये कहा की, ये कोई UFO नहीं था जिसके उस व्यक्ति ने देखा था वो मलबा एक Surveillance Balloons का था. जो उसने वादा किया था Aliens की लाश होने का वो उसमें रखे हुए Dummy थे, मगर लोगों को इस Report पर भरोसा नहीं हुआ उनका कहना था की, सरकार Aliens के होने की बात छुपना चाहती है, इसलिए उसने ऐसी झूठी बात कही.
अमेरिका में ही 24 जून 1947 के दिन एक घटना हुई एक Private विमान का Pilot आपने नियमित उड़ान पर था, तभी Mount Rainier के आसपास उसने आसमान में अजीब सी चीज़ उड़ती हुई देखी न तो वो कोई पक्षी था न ही कोई ऐसी चीज़ थी, जिसे इन्सानों ने बनाया हो. वो उसे देखकर चकित रह गया उसने जब ये बयान Media को दिया तो उस वक़्त हर जगह इसी बात के चर्चे होने लगे पहली बार दुनियाँ में UFO और Alien जैसी चीज़ की बातें होने लगीं.

भारत में सन 1951 में पहली बार देखा गया UFO (UFO in India)


15 मार्च सन 1951 की सुबह एक Flying Club के 2 सदस्यों ने ये दावा किया की, उन्होने आसमान ने लगभग 100 फिट लंबाई की सिगार जैसी आकृति वाली कोई चीज़ उड़ती हुई देखी है. और वो उनके सामने से कुछ देर में गायब भी हो गई.

वाशिंगटन डी.सी.


ये वो पहली घटना थी जो ज़रा सी वैज्ञानिक पुष्टि करती है UFO की, बात है सन 1952 की जब वाशिंगटन के एअर पोर्ट और एंड्रयू एयर फोर्स बेस के रडार सिस्टम पर पहली बार कुछ ऐसी चीज़ के होने का आभास हुआ था.  लोगों के बीच ये काफी चर्चा का विषय बनी थी उस वक़्त। इस को देखते हुए, वहाँ Project Blue Book लॉंच किया गया जिससे भविष्य मे आसमान की तरफ से पेश आने वाले खतरों को समझा जाए, और उनसे बचाने के तरीके भी ढूंढें जाए।

शिकागो


नवंबर के सर्द महीने में सन 2006 को शिकागो के इंटरनेशनल एअरपोर्ट के ऊपर एक अंजान सी चीज़ दिखाई दी, कई लोगों ने उस अजान से चीज़ को हवा में मँडराते हुए देखा। वहाँ के अधिकारियों को इस बात की सूचना भी दी मगर अधिकारियों ने इस बात में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस बात से लोगों में संशय और डर का माहौल बन गया था.

टैक्सस


सन 2008 की जनवरी की एक खुली खुली सुबह आसमान बिलकुल साफ था, एक खुले मैदान से सैकड़ों लोगों ने आसमान में एक चमकती हुई अजीब सी चीज़ को देखा। सब के सब हैरान आसमान की तरफ देखते रह गए, वहीं पास एक एअर बेस भी था। लोगों ने समझा कोई नया Aircraft हो शायद लेकिन उस वक़्त उस एअर बेस में कोई भी नया या पुराना किसी किस्म का कोई Aircraft नहीं था.
   

कोलकाता


अक्तूबर का महिना था साल था 2008, पूर्वी कोलकाता के आसमान पर बहुत सुबह करीब 3 बजे से 6 बजे तक लोगों को एक अजीब सी चीज़ तेज़ी से आसमान में मंडराती हुई दिखाई दी। एक व्यक्ति ने इसे अपने घर से हैंड़ीकैम से फिल्माया भी लिया, लोगों में ये बात आग की तरह फ़ेल गई, वो UFO की एक झलक पाने के लिए एक चौराहे पर इक्कठा हो गए।


येरूशेलम


साल 2011 के जनवरी में लोगों ने देखा की आसमान पर Dome of Rock के ऊपर एक चमकीली सी अजीब चीज़ मंदरी और फिर आसमान की ओर ऊपर चली गई तेज़ी से.

 लद्दाख और चेन्नई


20 जून की रात थी साल था 2013, लोग अपने सामान्य कामों में लगे हुए थे की, तभी आसमान मे दक्षिण दिशा से उत्तर की तरफ कोई चमकीली सी चीज़ तेज़ी से गुजरती हुई नज़र आई, दूसरे दिन वहाँ के अखबारों में ये Main Page की खबर बनी थी। वैसे ही 4 अगस्त को लद्दाख में भारतीय सेना के जवानो ने अपनी Duty के दौरान आसमान में अज्ञात सी एक चीज़ देखी, जो बहुत तेज़ी से गुज़र गई उनके ऊपर से, ऐसा बाद में बताया गया सेना के जवानो की तरफ से की अरुणाचल प्रदेश के आसमान पर लगभग 100 बार ऐसी गतिविधियां देखी गई थी।


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इन सब बातों को अगर ध्यान से देखा जाए तो समझा जा सकता है की, ज़्यादातर ऐसी अनोखी गतिविधियां अमेरिका के आसमान में ही देखी गयी है। मगर हर बार UFO और Alien के अस्तित्व को नकारा गया है, वजह चाहे जो भी हो मगर लोगों की दिलचासपी हमेशा से UFO और Alien में बनी हुई है। और इस विषय में वैज्ञानिक अपने Research में भी लगे हुए हैं।





             

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